Cloud Computing Kya Hai – वर्तमान समय में हम देखते हैं कि टेक्नोलॉजी के बढ़ते कदमों में हमारे कार्य क्षेत्रों में काफी सफलता प्राप्त की है। हमने इस टेक्नोलॉजी को हर दिन एक नई टेक्नोलॉजी के रूप में देखा है। जो कि हमारे लिए आज बहुत ही Advance Technology साबित हुई है।
क्योंकि आजकल हम जिस टेक्नोलॉजी के बीच में हैं तथा वर्तमान में हम जिस टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रहे हैं और टेक्नोलॉजी से बने सारे उपकरण हमारे कार्य को काफ़ी हद तक आसान बनाते हैं। इसके साथ ही हमारे समय की भी काफ़ी बचत होती हैं।
उसी में से एक टेक्नोलॉजी Cloud Computing भी है। हमें पता होना चाहिए कि आखिर यह Cloud Computing Kya Hai | Cloud Computing in Hindi क्या होता है।
Cloud Computing Kya Hota Hai | What is Cloud Computing in Hindi
फिर चाहे किसी भी प्रकार का सॉफ्टवेयर हो या फिर चाहे सर्वर पर स्टोरेज स्पेस के रूप में दिया जाना। या यूं कहें कि इंटरनेट के माध्यम से Cloud Computing के लाभ मिल सकें।
Cloud Computing के क्या उदाहरण हैं | Examples of Cloud Computing
वैसे तो हमें Technology के इस युग में Cloud Computing से संबंधित काफ़ी उदाहरण मिल जाएंगे। पर इनमें से कुछ खास उदाहरण के माध्यम से समझते हैं।
1. Facebook
2. You Tube
3. Emails
4. Flickr
यह एक बहुत ही पॉपुलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है। यहां पर लोग मिलियन में फेसबुक प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं। अर्थात इतने सारे यूजर के डाटा को रखना फेसबुक द्वारा Cloud Computing के द्वारा ही होता है।
You Tube
यह यूट्यूब दुनिया का सबसे अधिक पॉपुलर वीडियो शेयरिंग प्लेटफार्म है। यूट्यूब इतने वीडियो डाटा को स्टोर करने के लिए भी क्लाउड कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग करता है।
Emails
आज के दौर में ईमेल सर्विस प्रदान करने वाली बहुत सी कंपनियां है। जैसे- Gmail, Yahoo, Rediff आदि। और यहां तक कि ऑनलाइन स्टोरेज स्पेस देने वाली कंपनियां जैसे- Drop Box, Yandex, Media Fire आदि भी हैं। यह सब कंपनियां क्लाउड कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजी का ही उपयोग करती है।
Flickr
वर्तमान समय में फोटो के रूप को डिजिटल तौर पर देखा जाता है। क्योंकि हमें लिखकर से डिजिटल फोटोग्राफ्स को होस्ट करने का मौका मिलता है। वह भी क्लाउड कंप्यूटिंग के जरिए।
क्लाउड कंप्यूटिंग का इतिहास को जाने!
अब तक हमने आपको क्लॉउड कंप्यूटिंग क्या है? क्लाउड कंप्यूटिंग इन हिंदी के बारे में जो भी साधारण बात हैं वह हम अच्छी तरह जान चुके हैं। लेकिन क्लाउड कंप्यूटिंग का क्या इतिहास है? इसे भी हमें अच्छे से जाना चाहिए।
क्लाउड कंप्यूटिंग का शुरुआती दौर 1960 के दशक से माना जाता है। वह एक ऐसा समय काल था जब इंटरनेट का चलन भी ठीक तरह से नहीं हुआ था।अर्थात इंटरनेट का विकास ही कोई खास नहीं हुआ था।
अगर हम सही ढंग से समझे तो क्लाउड कंप्यूटिंग की शुरुआत लगभग 1990 से हुई। जो कि एक कंपनी Sales Force नामक ने अपनी वेबसाइट के यूज़र को सेवाएं प्रदान करना आरंभ किया।
इसके उपरांत ही यूजर क्लाउड कंप्यूटिंग के महत्व को समझ पाए इससे यह भी साबित हो गया था। कि भविष्य में आने वाली टेक्नोलॉजी के माध्यम से यह और भी अच्छी सर्विस हो जाएगी।
अतः 21 वीं शताब्दी तक आते-आते लगभग ज्यादातर कंपनियों द्वारा क्लाउड कंप्यूटिंग की सुविधाओ की शुरुआत होने लगी। जैसे- गूगल ड्राइव, माइक्रोसॉफ्ट आदि। जैसी बड़ी कंपनियों ने Cloud Computing के क्षेत्र में सेवा देना शुरू कर दिया।
Cloud Computing or Internet me Difference
साधारण रूप से देखा जाए तो यह दोनों चीजें हमारी टेक्नोलॉजी का ही एक रूप है। जिससे कि पहले के मुकाबले काफी एडवांस टेक्नोलॉजी के रूप में उभर कर आ चुकी है।
इंटरनेट को समझे तो यह एक प्रकार से ऐसा नेटवर्क के माध्यम से हम पूरी दुनिया से कनेक्ट है पाते हैं। क्योंकि यह बहुत ही तेज नेटवर्क में से एक है।
वैसे भी आज के समय में लगभग सारे काम इंटरनेट की मदद से ही किए जाते हैं। फिर चाहे वह ऑनलाइन शॉपिंग हो, ऑनलाइन टिकट बुकिंग हो या ऑनलाइन शिक्षा आदि।
यही अगर हम क्लाउड कंप्यूटिंग की बात करें तो यह एक प्रकार की ऐसी सर्विस होती है। इसके माध्यम से हम बड़े-बड़े सर्वरों में यूजर द्वारा डाटा को एक्सेस कर पाते हैं। यह सुविधाएं हमें बड़ी-बड़ी कंपनियों द्वारा दी जाती है अतः यही इसका मुख्य कहां है।
