XML एक markup language है। इसका full form Extensible Markup Language है। यह HTML की ही तरह एक मार्कअप लैंग्वेज है। XML का उपयोग डेटा का वर्णन करने के लिए किया जाता है। HTML के बारे में आप सभी बहुत अच्छी तरह से जानते ही होंगे। HTML में आप Tag की मदद से pages को डिज़ाइन किया जाता है। Pages के साथ-साथ HTML में लेआउट भी डिज़ाइन किया जाता है।
XML में डाटा को स्टोर (Store) और ट्रांसफर (Transfer) किया जा सकता है। यहाँ पर जो मार्कअप भाषा होती है वह एक्सटेंसिबल (Extensible) होती है। XML और HTML दोनों को ही मार्कअप लैंग्वेज बोला जाता है। XML की एक ख़ास बात यह है कि इसमें हम खुद से ही tag बना सकते हैं।
वहीं अगर देखा जाए तो HTML में हमें Predefined tag ही इस्तेमाल में लेने होते हैं। HTML में पहले से ही 100 से ही अधिक की संख्या में टैग (tag) उपलब्ध हैं। जिनमें हम किसी भी प्रकार का कोई बदलाब नहीं कर सकते। लेकिन XML में tags को हम खुद से define कर सकते हैं।
देखा जाए तो यह एक तरह का डेटाबेस (DataBase) भी कहलाता है। क्योंकि XML में tags के जरिये डाटा को स्टोर करके रखा जा सकता है। जब भी हम किसी website के पेज या वेबपेज (Webpage) को अपने कंप्यूटर में सेव करते हैं तो HTML के साथ-साथ XML फाइल भी सेव हो जाती है।
XML एक ऐसी प्रोग्रामिंग भाषा (Programming Language) है जो कि हमें खुद के टैग (tag) बनाने की सुविधा देती है। HTML को पूर्वनिर्धारित टैग का समूह (Group of predefined tag) भी कहा जाता है। XML एक ऐसी प्रोग्रामिंग भाषा है जिसमें HTML की सहायता से Web Pages को डिज़ाइन किया जा सकता है।
XML का इतिहास | History of XML in Hindi
XML के विकास की बात की जाए तो इसके विकास की शुरुआत 1966 में हुई थी। XML के निर्माण में Jon Bosak को प्रमुख प्रेरक के रूप में देखा जाता था। जो कि सन माइक्रोसिस्टम (Sun Microsystem) कंपनी से थे। XML का पहला version, जिसका नाम XML 1.0 था। उसे 1998 में बनाया गया था। इसके बाद XML के दूसरे version XML 1.1 को 4 फरवरी 2004 में बनाया गया था।
XML का फुल फॉर्म | XML Full Form in Hindi
एक्सएमएल का फुल फॉर्म क्या है – “Extensible Markup Language”, What is the Full Form of XML – आजकल यह प्रश्न ज्यादातर प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछा जाता है। यह आमतौर पर परीक्षाओं में पूछे जाने वाले प्रश्न हैं। XML full form kya hai यह उन लोगों को जरूर पता होना चाहिए जो व्यक्ति परीक्षाओं की तैय्यारी कर रहे हैं।
XML का उपयोग | Use of XML in Hindi
XML Data को स्टोर करने के काम में लिया जाता है।
- इसे एक डेटाबेस (Database) के तौर पर किसी भी Software Program और Web Application के डाटा को स्टोर करने के उपयोग में लिया जाता है।
- XML को किसी भी दो Software Programmes के बीच Data को ट्रांसफर करने के उपयोग में लिया जाता है।
- इसका उपयोग दो संगठनों के बीच डाटा भेजने और डाटा प्राप्त करने के काम में लिया जाता है।
- बड़ी-बड़ी websites को मेन्टेन करने के लिए XML का उपयोग किया जा सकता है।
- XML को हम किसी भी वेबसाइट का Sitemap बनाने के लिए भी उपयोग में लिया जा सकता है।
- किसी भी XML फाइल को स्टाइल शीट्स (Style Sheets) में merge करके भी इस्तेमाल में लिया जा सकता है।
XML की विशेषताएँ | Features of XML in Hindi
- XML पूरी तरह से Reusable है।
- इसमें डाटा को ज्यादा समय तक स्टोर (Store) करके रखा जा सकता है।
- XML के डेटा को मार्कअप भाषा (Markup Language) में ही समझा जा सकता है।
- XML को ऑफलाइन स्टोरेज (Offline Storage) के रूप में भी उपयोग में लिया जा सकता है।
- हम इसे डाटा को प्रोसेस (Process) करने के काम में भी ले सकते हैं।
- XML भाषा को कंप्यूटर और मनुष्य दोनों के ही द्वारा पढ़ा या समझा जा सकता है।
- हम XML के डेटा को डिस्क्रिप्शन टेक्स्ट (Description Text) फॉर्मेट में दे सकते हैं।
- XML के डेटा को सिर्फ Tree Structure में ही रखा जा सकता है।
- इसे इस्तेमाल करने के लिए हमें किसी भी Software या Tool की कोई जरूरत नहीं पड़ती है। XML को हम notepad के जरिए भी लिख सकते हैं।
- XML के जरिए हम डाटा को बहुत आसानी से शेयर कर सकते है।
- XML ज्यादातर Programming Langauges को सपोर्ट करता है। जैसे – .Net, Java Script, Java, C, C++, Php, Python और JSP .
- इसमें आप अपने खुद के tag बना सकते हैं। जिसे हम आसानी से पढ़ और समझ सकते हैं। इसके साथ ही इसे आसानी से याद भी कर सकते हैं।
XML की कमियाँ | Limitations of XML
- XML किसी भी तरह के डाटा टाइप (Data Type) को सपोर्ट नहीं करता हैं।
- यह HTML की मदद से ही डाटा को प्रोसेस कर पता है।
- XML में userdefined tags होने के कारण XML का कोड unnecessory हो सकता है। क्योंकि इससे किसी भी एप्लीकेशन की efficiency कम हो सकती हैं।
- किसी भी Browser में xml के डाटा को HTML की मदद से ही show किया जा सकता है। क्योंकि xml डाटा को ब्राउज़र में directly show नहीं कर सकता।
- XML में user defined tags होने के कारण किसी एक user के द्वारा लिखा गया कोड दूसरे user द्वारा समझने में कठिनाई होती हैं।
HTML और XML के बीच का अंतर | Difference Between XML and HTML in Hindi
- XML में हम खुद से ही tag बना सकते हैं। लेकिन HTML में predefined tag होते हैं।
- XML को हम डाटा को स्टोर करने में या फिर एक Database के रूप में इस्तेमाल करते हैं। वहीं HTML में हम डाटा show कर सकते हैं।
- एक्सएमएल में closing tag लगाना जरूरी होता है। लेकिन closing tags को HTML में लगाना कोई जरूरी नहीं माना जाता।