Cloud Computing in Hindi (क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है?)

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अगर आप भी कंप्यूटर क्षेत्र से जुड़े हैं तो आपने Cloud Computing के बारे में अवश्य सुना ही होगा। लेकिन, आज भी बहुत से लोगों को शायद इसके बारे में कुछ भी पता न हो, कि क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है? (What is Cloud Computing in Hindi), क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार, क्लाउड कंप्यूटिंग के फायदे आदि के बारे में। चलिए फिर आज हम आपको अपने इस लेख में इन्हीं सब के बारे में सरल भाषा में बतातें हैं। क्लाउड कंप्यूटिंग के बारे में पूरी जानकारी पाने के लिए आप हमारे लेख को अंत तक अवश्य पढ़े।   

क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है? | What is Cloud Computing in Hindi

Cloud Computing ऐसी तकनीक है जिसके जरिये डाटा या प्रोग्राम को इंटरनेट की सहायता से स्टोर, मैनेज तथा पुनः प्राप्त कर सकते हैं। या यूँ कहें, कि Cloud Computing एक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जिसकी मदद यूज़र डाटा या प्रोग्राम को रेमॉटली एक्सेस या स्टोर कर पाता है। क्लाउड कंप्यूटिंग (Cloud Computing) को हिंदी भाषा में मेघ संगणना” कहते हैं।

वास्तव में क्लाउड कंप्यूटिंग एक प्रकार की डिलीवरी होती है, जिसमें इंटरनेट पर होस्ट की गयी सेवाएं शामिल हैं। Google Cloud, Microsoft Azure, Amazon Web Services (AWS) इत्यादि क्लाउड कंप्यूटिंग के अच्छे उदाहरण हैं। यह यूज़रों को Cloud Services उपलब्ध कराते हैं और Web Browser का इस्तेमाल करके सेवाओं को यहां तक पहुचातें हैं। वैसे देखा जाये तो Cloud Computing में कई तरह के Resources (संसाधन) शामिल होते हैं, जैसे – सर्वर, डाटा स्टोरेज, एप्लीकेशन, डेटाबेस और नेटवर्किंग।

जिस प्रकार यूजर पहले अपनी आवश्यकताओं अनुसार डाटा और एप्लीकेशन को अस्थाई तौर पर अपने Desktop, Notebook आदि में स्टोर करके रखते थे। लेकिन, क्लाउड कंप्यूटिंग आने के बाद अपने डाटा, एप्लीकेशन को स्थाई रूप से स्टोर व एक्सेस कर सकते हैं। इस क्लाउड टेक्नोलॉजी का विस्तार होने से आप Web Hosting के नए रूप Cloud Hosting की बेहतर सेवा का लाभ उठा सकते हैं। क्लाउड कंप्यूटिंग किसी बड़े बिज़नेस या संगठन के लिहाज से बहुत अच्छा विकल्प है।

क्योंकि यह क्लाउड कंप्यूटिंग अधिक स्पेस, मैमोरी और समय-समय पर बैकअप जैसी सुविधाएँ प्रदान करती है। इसके साथ ही Cloud Computing खर्चे को कम, सुरक्षा को बेहतर, उत्पादकता में बढ़ोत्तरी और अच्छी परफॉमेन्स के लिए बेहतर कार्य करता है। इस तकनीक में प्राइवेट और पब्लिक दोनों प्रकार की सेवाएं शामिल हैं। इन सेवाओं को तीन भागों में बांटा गया है- IaaS (पहली), PaaS (दूसरी), SaaS (तीसरी)

क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार | Types of Cloud Computing in Hindi      

क्लाउड कंप्यूटिंग मुख्य रूप से 4 प्रकार की होती है।     

1. Public Cloud 

2. Private Cloud

3. Hybrid Cloud

4. Community Cloud

Public Cloud

पब्लिक क्लाउड वह होते हैं, जो सार्वजानिक तौर अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं। पब्लिक क्लाउड को थर्ड पार्टी यानि, कि Google, Amazon, Microsoft द्वारा मैनेज किया जाता है। Public Cloud को इंटरनेट यूज करने वाला कोई भी व्यक्ति कर सकता है। इसके साथ ही कोई भी डाटा को स्टोर या एक्सेस कर सकता है। पब्लिक क्लाउड pay-per-use प्रणाली पर आधारित है। अर्थात, आप जितना इस्तेमाल करेंगे आपको उतने ही पैसों का भुगतान करना पड़ेगा। पब्लिक क्लाउड में, कंप्यूटिंग संसाधनों को क्लाउड सेवा प्रदाता ( CSP ) द्वारा मैनेज और संचालित किया जाता है।

पब्लिक क्लाउड के निम्न उदाहरण हैं –

Google Cloud, BM Smart Cloud Enterprise, Microsoft Azure और Amazon Web Services (AWS) इत्यादि।

Private Cloud

प्राइवेट क्लाउड वह कहलाते हैं, जो निजी इंफ्रास्ट्रक्चर पर कार्य करते हैं। इन क्लाउड को आंतरिक बादल या कॉर्पोरेट क्लाउड के नाम से भी जाना जाता है। प्राइवेट क्लाउड का इस्तेमाल आमतौर पर निजी कंपनी द्वारा किया जाता है। कंपनी के डेटा को मैनेज तथा डेटा सेंटर बनाने की पूरी जिम्मेदारी प्राइवेट क्लाउड पर निर्भर होती है।

सुरक्षा की दृस्टि से प्राइवेट क्लाउड बहुत अधिक सुरक्षित है और डाटा को सुरक्षित करने के लिए फ़ायरवॉल (Firewall) का इस्तेमाल किया जाता है। प्राइवेट क्लाउड को यूजर द्वारा मैनेज किया जाता है न कि क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर द्वारा कोई सेवा प्रदान की जाती। प्राइवेट क्लाउड को स्थान और मैनेजमेंट के आधार पर दो भागो में बाटा गया है। (1) On-premise Private Cloud, (2) Out-sourced Private Cloud

Hybrid Cloud

हाइब्रिड क्लाउड पब्लिक क्लाउड और प्राइवेट क्लाउड का एक संयोजन है। या यूँ कहें, कि यह पब्लिक क्लाउड और प्राइवेट क्लाउड दोनों से मिलकर बना होता है। हाइब्रिड क्लाउड में पब्लिक क्लाउड और प्राइवेट क्लाउड दोनों की विशेषताएं उपस्थित होती है।

हाइब्रिड क्लाउड = पब्लिक क्लाउड + प्राइवेट क्लाउड

हाइब्रिड क्लाउड की आवश्यकता उन संस्थानों या कम्पनियों को होती है जो अधिक से अधिक सुरक्षा चाहती हैं। इस हाइब्रिड क्लाउड की सुरक्षा पब्लिक क्लाउड से अधिक, परन्तु प्राइवेट क्लाउड से कम होती है। हाइब्रिड क्लाउड के निम्न उदाहरण हैं –

Gmail, Google Apps, Google Drive, Office 365, Amazon Web Services इत्यादि।

Community Cloud

कम्युनिटी क्लाउड एक ऐसा क्लाउड सिस्टम है, जिसे बहुत सी संस्थानों द्वारा एक्सेस किया जाता है और इस कम्युनिटी क्लाउड की सहायता से वे एक दूसरे के साथ डाटा सांझा करती हैं। इस कम्युनिटी क्लाउड को एक या एक से अधिक संगठनों या थर्ड पार्टी द्वारा मैनेज और संचालित किया जाता है। कम्युनिटी क्लाउड सुरक्षा के लिहाज से काफी बेहतर होते हैं।

कम्युनिटी क्लाउड के निम्न उदाहरण हैं – Health Care community cloud

Cloud Computing की सेवाएं (Services)

क्लाउड कंप्यूटिंग की 3 सर्विसेज होती हैं।

1. IaaS

2. PaaS

3. SaaS

IaaS

IaaS का फुलफॉर्म Infrastructure as a Service है। यह IaaS सर्विस अपने यूजरों को आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर में जैसे – नेटवर्किंग, प्रोसेसिंग, सर्वर, वर्चुअल मशीन तथा अन्य संसाधनों (Resources) को आउटसोर्स करने की अनुमति प्रदान करता है। इसे हम HaaS के नाम से भी जानते हैं। यहां यूजर को अपनी आवश्यकता के अनुसार पैसों का भुगतान करना होता है। IaaS सर्विस में यूजर सर्वर को मैनेज किये बिना कंप्यूटिंग पावर तथा वर्चुअल मशीन का इस्तेमाल कर सकता है। यह खास तौर पर उन यूजरों के लिए है, जो कम पैसे खर्च करना चाहते हैं।

IaaS के उदाहरण –

Amazon Web Services (AWS), Microsoft Azure, Google Compute Engine (GCE) इत्यादि। 

PaaS

PaaS का फुलफॉर्म Platform as a Service है। PaaS एक ऐसी सर्विस मॉडल है जो प्रोग्रामर को आसानी से Web Application बनाने, परीक्षण करने, उन्हें चलाने तथा तैनात करने की अनुमति देता है। आप इन एप्लीकेशन को Cloud Service Provider से Pay-as-Per के आधार पर खरीद सकते हैं और यूजर इंटरनेट कनेक्शन का इस्तेमाल करके इन्हें एक्सेस कर सकते हैं। PaaS, बैक एंड स्केलेबिलिटी को क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर द्वारा मैनेज किया जाता है। इसलिए यूजर को इसके बुनियादी ढांचे को  मैनेज करने के बारे में चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है।      

PaaS के उदाहरण –

Google App Engine, Amazon Web Services (AWS) इत्यादि। 

SaaS

SaaS का फुलफॉर्म Software as a Service है और इसे On-Demand Software के नाम से भी जानते हैं। SaaS एक विशेष सॉफ्टवेयर वितरण मॉडल है, जिसमें सेवाओं को Cloud Service Provider द्वारा होस्ट किया जाता है। यह क्लाउड सेवाएं इंटरनेट पर एंड-यूजर्स के लिए उपलब्ध है। इसलिए एंड यूजर्स को इन सेवाओं तक पहुंचने के लिए अपने डिवाइस में किसी सॉफ्टवेयर को Install करने की जरुरत नहीं है। यूजर्स अपने अनुसार इसके सभी एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर Web Browser से सीधे चलाएं जा सकते हैं। Saas सर्विस मॉडल में IaaS और PaaS दोनों प्रकार की सेवाएं सम्मलित होती हैं।

Saas के उदाहरण –

Google Apps, Dropbox, Office365 इत्यादि।

क्लाउड कंप्यूटिंग के फायदे (Advantages of Cloud Computing in Hindi)

1. क्लाउड कंप्यूटिंग संगठनों के लिए सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के रखरखाव लागत को कम करता है। 

2. क्लाउड में डाटा को बैकअप और रिस्टोर करना बेहद आसान होता है।

3. क्लाउड डाटा को इंटरनेट कनेक्शन की मदद से कभी भी, कहीं से भी जल्दी और आसानी से एक्सेस कर सकते हैं।

4. क्लाउड कंप्यूटिंग हमें मोबाइल के जरिए क्लाउड डाटा को आसानी से एक्सेस करने की अनुमति प्रदान करता है।

5. क्लाउड उपयोगकर्ता को एक ही स्थान पर इमेज, वीडियो, डाक्यूमेंट्स, ऑडियो आदि महत्वपूर्ण डाटा को रखने के लिए अधिक स्पेस उपलब्ध कराता है।

6. डाटा की सुरक्षा क्लाउड कंप्यूटिंग के विशेष कार्यों में से एक है। यह विश्वास दिलाता है, कि डाटा सुरक्षित रूप से स्टोर है।

क्लाउड कंप्यूटिंग के नुकसान (Disadvantages of Cloud Computing in Hindi) 

1. क्लाउड कंप्यूटिंग में प्रत्येक डाटा (इमेज, डाक्यूमेंट्स, वीडियो, इत्यादि) स्टोर रहता है। यदि आपकी इंटरनेट कनेक्टिविटी अच्छी नहीं है, तो हमें क्लाउड डाटा को एक्सेस करने में समस्या होगी। अर्थात हम अपने क्लाउड डाटा तक नहीं पहुंच सकते।

2. क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर पूर्ण रूप से स्वामित्व, प्रबंधित और सेवा प्रदाता द्वारा निगरानी की जाती है। इसलिए, क्लाउड उपयोगकर्ता का क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर के भीतर सेवाओं के कार्य और निष्पादन पर कम नियंत्रण होता है। 

3. क्लाउड कंप्यूटिंग सुरक्षा के लिहाज से बेहतर विकल्प है। लेकिन, क्लाउड में डाटा ट्रांसफर करते समय हैकर्स द्वारा डाटा की चोरी हो सकती है।

Cloud Computing Q/A

Q. Cloud Computing की परिभाषा क्या है?

Ans. आसान भाषा में कहें, तो Cloud Computing सेवाओं की डिलीवरी है जिसके अंतर्गत सर्वर, डेटाबेस, स्टोरेज, नेटवर्किंग, सॉफ्टवेयर, इंटेलिजेंस तथा एनालिटिक्स शामिल हैं।

Q. Cloud Computing में क्या काम किया जाता है?

Ans. Cloud Computing के माध्यम से डाटा प्रोसेसिंग, डाटा स्टोरेज और सॉफ्टवेयर जैसी सेवाओं का Online इस्तेमाल कर सकते हैं।

Q. Cloud Computing कितने प्रकार की होती है?

Ans. Cloud Computing मुख्य रूप से 4 प्रकार की होती है।

1. Public Cloud 2. Private Cloud 3. Community Cloud 4. Hybrid Cloud

Q. Cloud के क्या फायदे हैं?

Ans. Cloud के फायदों के बारे में हमने ऊपर आर्टिकल में बताया है। आप वहां से क्लाउड के फायदों के बारे में जान सकते हैं।