क्या आप जानना चाहते हैं कि कैमरे की खोज किसने की? अगर हां तो आप हमारे इस आर्टिकल के जरिये कैमरा का आविष्कार किसने किया और कब? आदि के बारे में विस्तार से जानेंगे। साथ ही हम आपको इस रोचक विषय से जुड़े कुछ प्रश्न और उनके उत्तर के बारे में भी बताएंगे।
दोस्तों कैमरा नाम सुनते ही हम अपने दिमाग में विभिन्न प्रकार के विचारों जैसे – कहीं पिकनिक, किसी समारोह या फिर अपनी खुद की इमेज कैप्चर करना आदि के बारे में सोचने लगते हैं। क्योंकि इस कैमरा की मदद से हम अपने जीवन के उन खास पलों को यादों के तौर पर अपने पास रख सकते हैं और जिन्हें हम भविष्य में कभी भी देख सकते हैं।
लेकिन, आपने कभी कैमरे की खोज किसने की इस बारे में सोचा तो जरूर होगा। जिन लोगों को इसके बारे में नहीं भी पता है, तो आज उन सभी लोगों को इस लेख के माध्यम से पता चल सकेगा कि आखिर कैमरे की खोज किसने की? अर्थात कैमरा का आविष्कार किसने किया और कब? इसके लिए आपको बस हमारे इस लेख से जुड़े रहना है। चलिए फिर जानते हैं कि कैमरे की खोज किसने की?
कैमरा (Camera) का आविष्कार किसने किया और कब?

यहां हम आपको बता दें कि सर्वप्रथम कैमरा ऑब्स्क्योरा के रूप में आया था। कैमरा शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के ऑब्स्क्योरा से हुई है। जिसका अर्थ होता है “अंधेरा कक्ष”। इसका आविष्कार ईराकी वैज्ञानिक इब्न-अल-हज़ैन द्वारा 1015-1021 के मध्य में किया गया था। इसके बाद में सन 1660 के दशक में अंग्रेजी वैज्ञानिक राबर्ट बॉयल एवं उनके सहायक राबर्ट हुक सुवाह्य (पोर्टेबल) कैमरा विकसित किया।
-> मोबाइल का आविष्कार किसने किया
हालांकि, जर्मन लेख़क जोहान ज़हान (Johann Zahn) द्वारा सन 1685 में एक ऐसा कैमरा की कल्पना की गयी, जो सुवाह्य (पोर्टेबल) और साथ ही तस्वीर खींचने के लिये व्यावहारिक था। यह फोटोग्राफी के लिए पर्याप्त छोटा और पोर्टेबल पहला कैमरा था। इस आधार पर हम कह सकते हैं कि दुनिया का सबसे पहला कैमरा या यूँ कहें कि कैमरा का आविष्कार जोहान ज़हान (Johann Zahn) ने सन 1685 में किया था।
विभिन्न प्रकार के कैमरे
1. अंकीय एकतालीय प्रतिबिम्ब कैमरा – Digital single-lens reflex camera
2. मूवी कैमरा – Movie camera
3. एकतालीय प्रतिबिम्ब कैमरा – single-lens reflex camera
4. खिलौना कैमरा – Toy camera
5. द्वितालीय प्रतिबिम्ब कैमरा – Twin-lens reflex camera
6. विडियो कैमरा – Video camera
कैमरा का इतिहास क्या है? (What is History of Camera in Hindi)
अभी तक के लेख में आप लोग यह तो जान ही चुकें हैं, कि ‘कैमरा की खोज किसने की’ तो चलिए फिर अब जानते हैं कि इस कैमरा का इतिहास क्या है अर्थात कैमरा की शुरुआत कहां से हुई।
आपको बता दें कि कैमरा का इतिहास कई वर्षों पुराना है। देखा जाये तो कैमरे का इतिहास फोटोग्राफी के शुरुआत होने से पहले ही हो गया था। अरब भौतिक विज्ञानी इब्न अल-हेथम (अल्हज़ेन) ने 11वीं सदी में अपनी प्रभावशाली किताब किताबों में बताया, कि एक अंधेरे कमरे में एक छोटे से उद्घाटन के जरिये से प्रकाश के साथ प्रयोग शामिल हैं।
ड्राइंग की जाने वाली झवियों को प्रोजेक्ट करने के लिए एक अंधेरे कमरे की दीवार या फिर बंद खिड़की के शटर के उद्घाटन में लेंस का उपयोग तक़रीबन 1550 के आसपास ही चल पाया था। इसके बाद 17वीं शताब्दी के आते-आते टेंट और बक्से में पोर्टेबल कैमरा अस्पष्ट उपकरण थे, साथ ही ड्राइंग सहायता के तौर पर उपयोग किया गया।
क्योंकि फोटोग्राफिक प्रकियाओं के आविष्कार होने से पहले, कैमरा द्वारा बनी छवियों को खुद से ही ट्रेस करने के अलावा कोई ओर तरीका मौजूद नहीं था। यहां आपको बता दें कि, जो सबसे पुराने कैमरे थे वह कमरे के आकार के होते थे। जिनमें एक या एक से अधिक लोगों के लिए जगह उपस्थित थी। देखते ही देखते, यह अधिक से अधिक कॉम्पैक्ट मॉडल रूप में विकसित होने लगे।
फोटोग्राफी के लिए निसेफोर निएप्सेके (Nicephore Niepce) समय तक पोर्टेबल बॉक्स कैमरा अस्पष्ट आसानी से उपलब्ध थे। निसेफोर निएप्सेके ने 1825 में, अपने द्वारा बनाए गए कैमरे का इस्तमाल करके एक फोटोग्राफ तैयार किया और उसको एक पेपर सिल्वर क्लोराइड के साथ लेपित किया गया।
परन्तु, दुर्भाग्यवश उन्हें यह पता न चल सका कि अनुपचारित चांदी क्लोराइड को कैसे हटाया जाये। जिसका निष्कर्ष निकला कि फोटो को देखने के लिए आवश्यक प्रकाश द्वारा पूरी तरह से अंधेरा कर दिया गया और उस फोटो को उजाले में नहीं देखा जा सकता था। निसेफोर निएप्स ने अपनी प्रक्रिया के प्रयोग को “हेलियोग्राफी” कहा।
निएप्स ने आविष्कारक लुई-जैक्स-मैंडे डागुएरे के साथ पत्राचार किया जोकि एक फ्रांसीसी कलाकार और फोटोग्राफर थे। इन दोनों ने इस हेलोग्राफिक प्रक्रिया में अपना पूर्ण योगदान दिया। निसेफोर निएप्स ने अन्य रसायनिक क्रियाओं के साथ प्रयोग शुरू किये। परन्तु 1833 में, निएप्स की मृत्यु हो जाने के कारण इनकी साझेदारी भी समाप्त हो गयी।
लेकिन, आविष्कारक डागुएरे ने अपने प्रयोग जारी रखें और सिल्वर आयोडाइड के साथ लेपित प्लेट पर उजागर करके एक उच्च और तेज छवि विकसित करने में सफल रहे। 1837 तक, वह इसे एक सामान्य नमक के घोल द्वारा छवियों को ठीक करने में सक्षम थे। इस कारण इस प्रक्रिया को डागुएरियोटाइप (Daguerreotype) कहा गया।
परन्तु डिजिटल कैमरा और मोबाइल फ़ोन के आते-आते बहुत सी तकनीकों का विकास हुआ। कैमरे का विकास कई फोटोग्राफिक पीढ़ियों के माध्यम से हुआ। यह पीढ़ियां कुछ इस प्रकार हैं।
1. डगुएरियोटाइप्स (Daguerreotype)
2. कैलोटाइप्स (Calotypes)
3. ड्राई प्लेट्स (Dry Plates)
4. फिल्म (Movie)
डगुएरियोटाइप्स (Daguerreotype)
डगुएरियोटाइप्स सार्वजनिक रूप से पहली उपलब्ध होने वाली फोटोग्राफिक प्रक्रिया थी। जिसका उपयोग व्यापक रूप से 1840-1850 के मध्य किया गया।
कैलोटाइप्स (Calotypes)
कैलोटाइप्स का एक दूसरा नाम टैलबोटाइप भी है। सन 1841 में अंग्रेजी वैज्ञानिक ‘विलियम हेनरी फॉक्स टैलबोट’ द्वारा सिल्वर आयोडाइड के साथ लेपित कागज का उपयोग करके शुरू की गई। जो कि इस आधार पर शुरू होने वाली एक प्रारंम्भिक फोटोग्राफिक प्रक्रिया है।
ड्राई प्लेट्स (Dry Plates)
ड्राई प्लेट्स को जिलेटिन प्रक्रिया के नाम से भी जाना जाता है। यह काफी अच्छे प्रकार की फोटोग्राफिक प्लेट है। इस ड्राई प्लेट का आविष्कार सन 1871 में डॉ. रिचर्ड एल. मैडॉक्स के द्वारा किया गया थाऔर पहली पहली सूखी प्लेट फैक्ट्री की स्थापना की गयी।
फिल्म (Movie)
यह फोटोग्राफिक फिल्म एक प्रकार की पारदर्शी फिल्म बेस की पट्टी या शीट होती है। इस पट्टी के एक ओर जिलेटिन इमल्शन के साथ लेपित होती है। इसमें काफी छोटे सूक्ष्म रूप के प्रकाश संवेदनशील सिल्वर हैलाइड क्रिस्टल मौजूद होते हैं।
फोटोग्राफिक फिल्म की शुरुआत
जॉर्ज ईस्टमैन द्वारा सर्वप्रथम फोटोग्राफिक फिल्म का उपयोग किया गया। पेपर फिल्म का निर्माण सबसे पहले सन 1885 में शुरू हुआ था। ईस्टमैन का पहला कैमरा जिसे कोडक कहा गया था।
इसे सन 1888 में पहली बार बिक्री के लिए पेश किया गया। जो कि फिक्स्ड-फोकस लेंस और सिंगल शटर स्पीड वाला एक सरल बॉक्स कैमरा था। 1900 तक, ईस्टमैन ने अपनी ब्राउनी श्रृंखला के साथ फोटोग्राफी मार्केट को आगे बढ़ाया। यह काफी सस्ता और सरल बॉक्स कैमरा था। 1960 के दशक तक इस ब्राउनी की लोकप्रियता और बिक्री भी जारी रही।
35 मिमी फिल्म का उपयोग
स्थिर फोटोग्राफी के लिए सन 1905 और 1913 के बीच कई निर्माताओं ने इस 35 मिमी फिल्म का उपयोग करना शुरू किया। जनता के लिए उपलब्ध 35 मिमी कैमरे और बिक्री में, 1913 में टूरिस्ट मल्टीपल और 1914 में सिम्प्लेक्स थे।
1934 में कोडक ने रेटिना नामक एक 35 मिमी श्रखला लांच की जिसने लम्बे समय तक अपनी जगह बनायीं। फिर जापानी कैमरा उद्योग द्वारा सन 1933 में कैनन 35 मिमी के साथ मार्केट में एक नयी पहचान बनायीं।
TLR (टीएलआर) और SLR (एसएलआर)
TLR (टीएलआर) की फुल फॉर्म “Twin-Lens Reflex Camera“ होती है। यह सन 1928 में आया पहला व्यावहारिक रिफ्लेक्स कैमरा था और जिसका प्रारूप टीएलआर था।
SLR (एसएलआर) की फुल फॉर्म “Single-Lens Reflex Camera“ होती है। यह सन 1933 में इहागी एक्साकाटा की शुरुआत के साथ शुरू हुई जो कि एसएलआर डिजाइन रूप में था। एक कॉम्पैक्ट एसएलआर (SLR) में 127 रोलफिल्म का इस्तेमाल किया गया था। लेकिन, 3 वर्ष बाद एसएलआर 135 फिल्म के साथ आया था।
पोलरॉइड कैमरा (Polaroid Camera)
पोलरॉइड कैमरा सन 1948 में आया बिल्कुल नया कैमरा था। यह एक अमेरिकी आविष्कारक “एडविन लैंड” द्वारा बनाया गया था। इस पोलरॉइड कैमरा से फोटो खींचने वाला व्यक्ति एक मिनट से भी बहुत कम समय में फोटो प्रिंट का कर सकता था।
डिजिटल कैमरा (Digital Camera)
यह कैमरा पुराने कैमरों से बिल्कुल ही भिन्न हैं और न ही इनमें फिल्म्स का इस्तमाल किया जाता था। इन डिजिटल कैमरों में फोटो को सुरक्षित रखने के लिए मैमोरी कार्ड का उपयोग किया जाने लगा। कुछ समय बाद इनमें ब्लूटूथ, वाईफाई जैसे सुविधाओं को भी शामिल किया गया।
दुनिया का सबसे पहला डिजिटल कैमरा सन 1975 में ईस्टममैन कोडक के “स्टीवन सैसन” नाम के एक अमेरिकी इलेक्ट्रिकल इंजीनियर द्वारा बनाया था। दुनिया के सबसे पहले डिजिटल कैमरे का वजन तकरीबन चार किलोग्राम था।

इस कैमरे मे ब्लैक एंड व्हाइट फोटो खींची जाती थी और कैमरा का रिजॉल्युशन 0.01 मेगा पिक्सेल का था। कुछ सालों बाद निकोन ने सन 1991 में पहला डीएसएलआर (DSLR) कैमरा दुनिया के सामने पेश किया।
कैमरा से जुड़े कुछ अनोखे प्रश्न और उनके उत्तर
Q. दुनिया का सबसे पहला कैमरा किसने बनाया था?
Ans. दुनिया का सबसे पहला कैमरा जर्मन लेख़क जोहान ज़हान (Johann Zahn) ने सन 1685 में बनाया था।
Q. दुनिया में पहली तस्वीर कब और किसने खींची थी?
Ans. सबसे पहली तस्वीर निसेफोर निएप्सेके (Nicephore Niepce) द्वारा सन 1826 में खींची गयी थी। इनको फोटोग्राफी के निर्माता के रूप में भी जाना जाता है।
Q. दुनिया का सबसे बड़ा कैमरा किसने और कब बनाया था?
Ans. दुनिया का सबसे बड़ा कैमरा सन 1990 में जॉर्ज ईस्टमैन (George Eastman) ने बनाया था। इसका आकार एक कमरे जितना बड़ा था और इसको उठाने में लगभग 15 लोगों की आवश्यकता पड़ती थी। इस कैमरे को बनाने में लगभग 5000 डॉलर खर्च हुए थे।
Q. दुनिया का सबसे महंगा कैमरा
Ans. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के मुताबिक दुनिया का सबसे महंगा कैमरा “लाइका” है। जोकि साल 2012 में लगभग 28 लाख डॉलर में बिका था।
Q. डिजिटल कैमरा का आविष्कार किसने किया?
Ans. दुनिया के सबसे पहले डिजिटल कैमरे का आविष्कार सन 1975 में ईस्टममैन कोडक के “स्टीवन सैसन” ने किया था।